सुबह 9 बजे उठने वाला लड़का आज 6 बजे उठकर तैयार हो जाता है
इस कड़कड़ाती ठंड में जब पैर जमीन पर रखता हूँ तब तुम्हारी याद आती है
जब अपना पेट भरने के लिए खुद खाना बनाता हूँ तब तुम्हारी याद आती है
और इस चाय के कप के नखरे भी बहुत अजीब हैं जब तक इसे धूलो न तब दोबारा चाय कहाँ आती है
अब कपड़े गन्दे भी हो तब भी सोचता हूँ एक दिन ओर चल जाएंगे
टिफिन का एक खाना खाली भी तब कौन से हम मर जाएंगे
अब नई जिंदगी की पहली सीड़ी पर कदम रखा है
अभी इन ज़िम्मेदारियों में नया नया हूँ तो डर लगता है
काश तुमने वो सब सिखाया होता जो मुझे अब करना पड़ रहा है
पता है तुम्हे तुम्हारे राजा बेटा के आगे ये राजा पन ही अड़ रहा है
जिंदगी की हर मोड़ पर खड़ी हो तो इस मोड़ पर by पास क्यों कर दिया
कभी ये सारी बातें बताती तो कि घर की जिम्मेदारी कितनी बड़ी होती है ये जताती तो
कुछ तो सिखाती कि खाना कैसे बनता है ये जरा बताती तो
कुछ गलतियाँ कुछ खामियां मेरी भी है की मैंने कभी कोसिस नही की कुछ सीखने की कुछ जानने की
पता है इस ठंड में जब ठंडे पानी में हाथ सुन्न हो जाता ना
तब बहुत ज्यादा याद आती है तू मेरी माँ
Love you mom